चिराग का पीएम और शाह को न्योता, बोले-मेरे खिलाफ मोदी किसी धर्मसंकट में न फंसें

चिराग ने अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के श्राद्ध कर्म में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी न्योता भेजा है।

Update: 2020-10-18 15:54 GMT
चिराग ने कहा कि बिहार में चुनाव प्रचार के लिए जल्दी ही पीएम मोदी भी आने वाले हैं।

पटना लोजपा के एनडीए से अलग होने के बाद पार्टी के मुखिया चिराग पासवान और भाजपा व जदयू नेताओं के बीच जुबानी जंग का सिलसिला नहीं थम रहा है। इस बीच चिराग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे से पहले कहा है कि मेरे कारण पीएम को किसी धर्मसंकट में नहीं फंसना चाहिए। अपना गठबंधन धर्म निभाते हुए उन्हें मेरे खिलाफ जो भी कहना हो, वह बात निस्संकोच कहें।

इस बीच चिराग ने अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के श्राद्ध कर्म में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी न्योता भेजा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पीएम और अमित शाह चिराग के न्योते को लेकर क्या फैसला लेते हैं।

 

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बेझिझक होकर बोलें पीएम मोदी

चिराग ने कहा कि बिहार में चुनाव प्रचार के लिए जल्दी ही पीएम मोदी भी आने वाले हैं। मैं तो चाहता हूं कि मेरी वजह से वे किसी धर्मसंकट में ना फंसें बल्कि अपना गठबंधन धर्म निभाएं।

भाजपा नेताओं और नीतीश कुमार को खुश करने के लिए पीएम को मेरे खिलाफ जो कुछ भी बोलना हो, वह बात बेझिझक होकर बोलें। चिराग ने इस बाबत किए गए अपने ट्वीट में कहा है कि भाजपा नेताओं के बयान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुश करने की कोशिश के सिवा कुछ नहीं है।

उन्होंने कहा कि लोजपा गठबंधन धर्म की मर्यादा का पूरी तरह पालन करेगी और अपनी वजह से पीएम के ऊपर कोई आंच नहीं आने देगी।

 

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नीतीश कुमार को खुश करने के लिए बयान

दरअसल चिराग का यह बयान भाजपा नेताओं के इन बयानों के बाद आया है जिनमें कहा गया है कि लोजपा से भाजपा का किसी प्रकार का कोई गठबंधन नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी शनिवार को यह स्पष्ट किया था कि लोजपा गठबंधन में शामिल नहीं है। इसलिए भाजपा का अब उससे कोई लेना-देना नहीं है।

चिराग का कहना है कि नीतीश कुमार को खुश करने के लिए ऐसे बयान दिए जा रहा है। एक चैनल को दिए इंटरव्यू में चिराग ने कहा कि उन्हें एनडीए से अलग होने के फैसले पर कोई पछतावा नहीं है और यह फैसला उन्होंने बिना किसी डर के लिया है।

 

जंगल चीरकर निकलने में कामयाब होऊंगा

चिराग ने कहा कि मेरे पिता रामविलास पासवान भी कहा करते थे कि अगर शेर का बच्चा होगा तो जंगल चीर कर निकलने में कामयाब होगा और अगर गीदड़ होगा तो मारा जाएगा। यही कारण है कि मैं खुद को परखने के लिए निकला हूं।

मुझे पूरा भरोसा है कि मैं शेर का बच्चा हूं और जंगल चीरकर निकलने में कामयाब होऊंगा। खुद को वोटकटवा बताए जाने पर चिराग ने कहा कि भाजपा नेताओं की शब्दावली में यह शब्द नहीं है बल्कि उनसे यह सबकुछ बुलवाया जा रहा है।

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भाजपा से दूर करने में जुटे हैं नीतीश

चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार का पूरा जोर मेरे और पीएम के बीच दूरी दिखाने में लगा हुआ है। उनकी पूरी कोशिश है कि मेरे और भाजपा के बीच ज्यादा से ज्यादा दूरी बन जाए। लेकिन मैं पीएम मोदी की मदद को कैसे भूल सकता हूं।

मेरे पिता के अस्पताल में रहने से लेकर उनकी अंतिम यात्रा तक पीएम मोदी ने जो कुछ भी किया है, उसे मैं कैसे भुला सकता हूं।

पिता के श्राद्ध में दिग्गजों को दिया न्योता

इस बीच चिराग ने 20 अक्टूबर को अपने पिता के श्राद्ध कर्म में शामिल होने के लिए पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत दर्जनों नेताओं को न्योता भेजा है।

उम्मीद जताई जा रही है कि 20 अक्टूबर को पटना में देश भर के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा लगेगा। दिवंगत रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस का कहना है कि बड़े भाई को चाहने वाले सभी लोगों को श्राद्ध कर्म में शामिल होने का न्योता भेजा जा रहा है।

 

अंशुमान तिवारी

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